लॉकडाउन में वर्दी का रौब टॉप पर, एएसपी ने सड़क पर लहराया पिस्टल

पटना : लॉकडाउन में प्रशासनिक अधिकारियों का रौब लगातार देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन का पालन कराने के नाम पर अधिकारी लगातार अपने पद का गलत फायदा उठा रहे हैं। ऐसा ही वाक्या अब भागलपुर में देखने को मिला। यहां लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सड़क पर उतरे एएसपी ने पिस्टल लहराया। सिविल ड्रेस में होने के कारण कोई पुलिस वाला उन्हें पहचान नहीं सका। फिर एएसपी ने आराम फरमा रहे पुलिसकर्मियों की जमकर क्लास लगाई। दरअसल, एएसपी पूरन झा सिविल ड्रेस में शहर में लॉकडाउन की स्थिति देखने निकले थे। अपनी बाइक पर वह सहयोगी के साथ निकले तो देखा कि पुलिस वाले आराम फरमा रहे हैं और आम लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं। शहर के मनाली चौक पर आराम फरमा रहे पुलिसकर्मियों को एएसपी ने क्लास लगाई। फिर शहर के अलग-अलग इलाके का निरीक्षण किया। इस दौरान बरारी थाना क्षेत्र अंतर्गत मायागंज मोहल्ले में हुड़दंग मचा रहे युवाओं को एएसपी ने कोविड गाइडलाइन समझाने की कोशिश की। एएसपी के सिविल ड्रेस में होने के कारण युवा उन्हें नहीं पहचान और दुर्व्यवहार करने लगे, जिसके बाद एएसपी पूरन झा ने पिस्टल निकाला और लहराने लगे।

1000 जुर्माना वसूलने सैकड़ों किलोमीटर दूर पहुंची पुलिस
लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूलने के लिए पूर्णिया पुलिस मधेपुरा पहुंच गई। वो भी महज एक हजार रुपए जुर्माना। दरअसल, पूर्णिया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र में पुलिस वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी। इस दौरान एक पिकअप को जांच के लिए रोका गया। पुलिस ने पिकअप चालक से एक हजार रुपए जुर्माना मांगा तो वह पिकअप लेकर भागने लगा। पुलिस ने पिकअप का पीछा करना शुरू किया और पीछा करते-करते मधेपुरा पहुंच गई। पुलिस ने पिकअप चालक को मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र अंतर्गत सोनबरसा गांव के पास पकड़ा। फिर पिकअप चालक की जमकर पिटाई की। इस पर ग्रामीण इकट्‌ठा हो गए और चालक को पीटे जाने का विरोध करने लगे। ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ खूब हंगामा किया। जानकारी मिलने पर चौसा पुलिस वहां पहुंची और ग्रामीणों को शांत कराया।

पिकअप चालक बोला-जबर्दस्ती पैसे लेना चाह रहे थे
पिकअप चालक ने ग्रामीणों और चौसा पुलिस को बताया कि वह सुपौल जिले के भवानीपुर प्रखंड का रहने वाला है। वह अपने घर सुपौल आ रहा था, तभी पूर्णिया जिले के मोहनपुर ओपी की पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पिकअप के सभी कागजात दिखाए जाने के बाद भी पुलिस जबर्दस्ती एक हजार रुपए मांग रही थी। चूंकि उनके पास पैसे नहीं थे, इसलिए वह भागने लगे। पीड़ित पिकअप चालक ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। इधर, धमदाहा एसडीपीओ राकेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू की गई है। जो पुलिसकर्मी दोषी मिलेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।

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