पटना : आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने दिल्ली में बड़ी तबाही मचाने की योजना बना रखी है। इसको लेकर बिहार से अब तक सात हथियार भी मंगवा चुके हैं। छोटे-छोटे हथियारों की जरूरत को पूरा करने के लिए दक्षिण कश्मीर निवासी और जैश आतंकी हिदायतुल्ला मलिक ने छपरा के युवक से संपर्क बना रखा है। उसने अब तक सात मुंगेरी पिस्टल मंगवाई है। छपरा जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत देव बहुआरा गांव के जावेद आलम ने कश्मीर के मुश्ताक को पिस्टल की डिलीवरी दी है। साथ ही पंजाब में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों को उसे सौंप दिया है। जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि इन्हीं छात्रों से दिल्ली में हमला कराने की तैयारी है। इसके लिए बिहार से हथियार मंगवाए जा रहे हैं। डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि बिहार में इस आतंकी संगठन का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। बता दें पूरे मामले का खुलासा कश्मीर पुलिस के हत्थे चढ़े आतंकियों ने किया। इसके बाद जम्मू कश्मीर की पुलिस ने बिहार पुलिस की मदद से छपरा के देव बहुआरा गांव निवासी जावेद को गिरफ्तार कर लिया है।
बिहार में इन जिलों से पड़े गए हैं कई आतंकी
आतंकी संगठनों से बिहार का पुराना ताल्लुक रहा है। नेपाल से सटे जिलों में इनका बड़ा नेटवर्क हैं। अब तक आधा दर्जन से अधिक आतंकी पकड़े भी गए हैं। इनमें कुछ तो बहुत बड़े आतंकी रहे हें। साल 2000 में पहली बार सीतामढ़ी से आतंकी की गिरफ्तारी हुई थी। हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों-मकबूल और जाहिर को गिरफ्तारी हुई थी। बता दें मुंबई लोकल ट्रेन में ब्लास्ट करने वाला मो. कमाल भी मधुबनी जिले का रहने वाला था। इसके बाद 2014 में पटना के गांधी मैदान में गुजरात के तत्काली मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा में बम ब्लास्ट करने वाले एक दर्जन स्लिपर सेल को दरभंगा से पकड़ा गया था। इतना ही नहीं पूर्वी चंपारण से इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी यासीन भटकल और अब्दुल असगर उर्फ हड्डी को गिरफ्तार किया गया था।
बेंगलुरु और दिल्ली में ब्लास्ट करने वाला बिहार से पकड़ाया
साल 2012 में बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बम धमाका करने वाले मो. कफील अख्तर की भी गिरफ्तारी बिहार से हुई थी। इसके बाद दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में मो. नदीम को दरभंगा से पकड़ा गया था।