पटना : अगले साल दिसंबर तक पांच मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। 1009 बेडों का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होगा। राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रवीण भारती पवार ने सुशील मोदी के सवालों का जवाब में यह जानकारी दी। डॉ. प्रवीण ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत दरभंगा, मुजफ्फरपुर और चौथे चरण में गया, भागलपुर और पटना में सरकार मेडिकल कॉलेजों के लिए 665 करोड़ जारी हुए हैं। कहा कि गया के जीएमसी में 87 प्रतिशत, भागलपुर में 84 प्रतिशत, दरभंगा में 82 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 69 प्रतिशत और पीएमसीएच में 16 प्रतिशत निर्माण हो गया है। मंत्री ने कहा कि कुछ जगहों पर निर्माण कार्य में भारी बारिश के कारण कार्य स्थल पर पानी भरने, कोरोना संक्रमण के कारण श्रम एववं निर्माण सामग्री की आपूर्ति नहीं होने से देरी हुई है।
2019 के अगस्त में पूरा होना था काम
इन पांच सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का निर्माण अगस्त 2019 में पूरा होना था। केंद्रीय मंत्री ने दूसरे सवाल पर कहा कि केंद्र सरकार ने वृद्ध जन स्वास्थ्य परिचर्चा के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत पीएमसीएच में नए क्षेत्रीय जरा चिकित्सक केंद्र की स्थापना को मंजूरी दी थी। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो चुका था पर अब उसे एनएमसीएच में स्थानांतरित करना संभव नहीं है। बता दें पांच सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवा शुरू होने से एक बड़ी आबादी को सुविधा मिलेगी। फिलहाल पटना में पीएमसीएच के आईजीआईएमएस अस्पताल ही है, जहां लोग इलाज कराते हैं। यही हालत गया की है। वहां मगध मेडिकल कॉलेज के अलावा दूसरा कोई बेहतर सरकारी अस्पताल नहीं है।