पटना : शनिवार की रात 2 बजे से 3 बजे के बीच वैष्णो देवी मंदिर परिसर में भगदड़ मचने से 12 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 13 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना का कारण श्रद्धालुओं ने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया जाना बताया है। जबकि पुलिस अधिकारी का कहना है दो श्रद्धालुओं में नोकझोंक हुई, जिसके बाद उन दोनों ने एक-दूसरे को धक्का दे दिया, जिसे भगदड़ मची है। घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर मरने वालों के परिवार को 2 लाख रुपए और घायलों के परिवार को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना दुख जताया है। उन्होंने कहा- मां वैष्णो देवी मंदिर में हुई दुर्घटना से ह्दय अत्यंत व्यथित है। लोगों ने बताया कि हादसे के बाद से श्रद्धालुओं का आवागमन रोक रुका है। कई श्रद्धालु खुद वापस लौट गए।
पुलिस ने भीड़ से की धक्का-मुक्की
प्रत्यक्षदर्शियों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया है कि पुलिस के लाठीचार्ज करने से भगदड़ मची है। कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस तैनात थी, लेकिन मां वैष्णो देवी साइड बोर्ड के कर्मी वहां तैनात नहीं थे। महिला श्रद्धालु ने आरोप लगाया कि एक पुलिसकर्मी ने ही भीड़ को धक्का दिया और सीटी बजाई, जिसके बाद भगदड़ मच गई। भीड़ अनियंत्रित हो गई और लोगों पर से गुजरती गई। यह भी कहा कि पुलिस टीम दो घंटे बाद घटनास्थल पहुंची, तब राहत-बचाव कार्य शुरू हुए।
बिजली का खंभा गिरने व जंगली जानवरी आने की अफवाह
घटना के दौरान मौजूद लखनऊ निवासी पीयूष सिंह ने बताया कि उनके गुट में 8 लोग थे। हादसे के बाद से सभी लापता हैं। अधिकारी उनसे जुड़ी कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। कहा कि बिजली का खंभा गिरने व जंगली जानवर के आने की भी अफवाह फैली है। एक अन्य श्रद्धालु चाहत महाजन ने बताया कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों पर भी लाठीचार्ज किया है। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दो श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिसके बाद यह घटना हुई है।