सारण में 5 दारोगा सस्पेंड, बेउर जेल के उपाधीक्षक सस्पेंड, कई जेल उपाधीक्षकों पर गिर सकती है गाज

पटना : सारण में पांच दारोगा को सस्पेंड किया गया है। शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में कोताही बरतने पर डीआईजी मनु महाराज ने यह कार्रवाई की है। डीआईजी ने जनता बाजार थाने के दारोगा अशोक कुमार चौधरी, सीवान जिले के गुठनी थाने के दारोगा विनोद कुमार, दरौली थाने के दारोगा विपिन कुमार महतो और शंकर कुमार पासवान को सस्पेंड किया है। जबकि मांझी थाने के दारोगा राम कुमार रंजन को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। इनसे 24 घंटों के अंदर जवाब मांगा गया है। संतोषजनकर जवाब नहीं मिलने पर डीआईजी इन्हें भी सस्पेंड कर सकते हैं।

समय से जांच पूरी नहीं कर पाए थे दारोगा
डीआईजी मनु महाराज के मुताबिक सस्पेंड किए गए सभी दारोगा को 2 हजार से अधिक शराब के मामले को जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन इन लोगों ने समय सीमा के बाद भी जांच पूरी नहीं की थी। न ही शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसको लेकर डीआईजी ने उन्हें सस्पेंड किया। डीआईजी ने कहा कि शराब मामले से जुड़े किसी भी केस में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग अब पुलिस पदाधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करेगा। कोई भी पुलिस पदाधिकारी शराब मामले में संलिप्त पाया जाता है या उनके खिलाफ कार्रवाई में कोताही बरतेगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

शराब विक्रेता निकला पॉजिटिव, गिरफ्तार करने वाले पदाधिकारियों में हड़कंप
मुजफ्फरपुर जिले में एक शराब विक्रेता को पकड़ना पुलिस पदाधिकारियों के लिए महंगा पड़ गया। रामदयालुनगर गुमटी के पास से गिरफ्तार शराब विक्रेता की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद उसे गिरफ्तार करने वाले सिपाहियों और दारोगा में कोरोना का खौफ पनप रहा है। डॉक्टरों ने सभी को कोरोना की जांच कराने की सलाह दिया है। थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि गिरफ्तार युवक को एसकेएमसीएच के कोरोना वार्ड में शिफ्ट किया गया है। उक्त युवक किस-किस व्यक्ति के संपर्क में आया, उसका पता लगाया जा रहा है। साथ ही उन सबकी कोरोना जांच कराई जाएगी। बता दें इससे पहले सदर थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष, एक दर्जन पुलिस पदाधिकारी और सिपाही कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।

बेउर जेल के उपाधीक्षक किए गए निलंबित
पटना के बेउर जेल के उपाधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। हाल में जेल का एक वीडियो वायरल हुआ था। उक्त मामले के तूल पकड़ने पर डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने जेल में छापेमारी की थी, जिसमें फोन और कई सामान बरामद हुए थे। उक्त मामले में ही जेल उपाधीक्षक संजय कुमार को निलंबित किया गया है। जेल में फोन के इस्तेमाल और अन्य चीजों के इस्तेमाल में उपाधीक्षक की संलिप्तता पाने जाने के बाद डीएम ने यह कार्रवाई की है। डीएम ने बताया कि उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिसमें वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की है।

नवादा जेल के उपाधीक्षक भी हो चुके हैं निलंबित
बेउर जेल के उपाधीक्षक से पहले नवादा मंडल कारा के उपाधीक्षक निलंबित किए जा चुके हैं। 3 मार्च को जेल की तलाशी के दौरान यहां से 9 मोबाइल मिले थे। इस पर अधिकारियों ने जेल उपाधीक्षक को सस्पेंड कर दिया है। यह भी कहा जा रहा है कि जिन-जिल जेलों से प्रतिबंधित चीजें बरामद हुईं हैं, उनके उपाधीक्षक पर गाज गिर सकती है।

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