पटना : कोरोना मरीजों के लिए सबसे ज्यादा चिंता का सबब बना है-ब्लैक फंगस। पिछले कुछ हफ्तों में ब्लैक फंगस के हजारों मरीज मिले हैं। सैकड़ों की जान जा चुकी है। यह बीमारी तीन मामूली लापरवाही से फैल रही है। विशेषज्ञों के अनुसार तीनों कारणों में पहल है- ऑक्सीजन को नमी देने वाले कंटेनर का पानी साफ नहीं होना। 2. असुरक्षित तरीके से लंबे समय तक ऑक्सीजन दिया जाना। 3. कोविड के इलाज में स्टेरॉयड सही समय न देना या जल्दी देना। एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट मुंबई के चेयरमैन डॉ. रमाकांत पांडा के अनुसार म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस म्यूकरमाइसेल्स नाम की फंफूद से पनपता है। यह मिट्टी, पेड़ों और सड़ रहे जैविक पदार्थों में पाई जाती है। आप घर के बाहर या कहीं भी मिट्टी में काम कर रहे हैं तो आपके शरीर में आ सकता है। सड़ती हुई ब्रेड और फलों भी ब्लैक फंगस हो सकती है। यह एसी के ड्रिप पैन में भी हो सकती है। कुल मिलाकर यह हमारे चारों तरफ होती है।
ब्लैक फंगस के 50 प्रतिशत मरीजों की हो चुकी है मौत
देश में अब तक ब्लैक फंगस के जितने मरीज मिले हैं, उनमें 50 प्रतिशत की मौत हो चुकी है। जानकारों के मुताबिक पिछले 10 वर्षों में ब्लैक फंगस के बेहद कम केस आए थे। जबकि कोरोना काल में यह कहीं ज्यादा आ रहे हैं। जिन लोगों का इम्युन सिस्टम कमजोर हैं, वो इसके शिकार हो रहे हैं।
Black Fungus के इलाज के लिए Amphotericin-B का उत्पादन बढ़ा
केन्द्र सरकार ने म्युकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) के उपचार के लिए फंगल रोधी दवाई एम्फोटेरीसीन-बी (Amphotericin-B) की बढ़ती मांग के बीच इस दवा का उत्पादन बढ़ा दिया है। इस फैसले से म्युकोरमाइकोसिस के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। आपको बता दें, म्युकोरमाइकोसिस को ब्लैक फंगस (Black Fungus) के नाम से भी जाना जाता है। इससे ज्यादातर मधुमेह रोगी प्रभावित होते हैं, लेकिन वर्तमान में कोरोना संक्रमित रोगियों के ठीक होने के बाद उनमें यह रोग पाया जा रहा है। रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस दवाई की आवश्यकता और आपूर्ति की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने एम्फोटेरीसीन-बी के घरेलू उत्पादन और आयात को बढ़ाने के लिए विनिर्माताओं के साथ रणनीति बनाई है। उन्होंने आगे कहा कि इस दवा की आपूर्ति राज्यों को पहले से कई गुणा बढ़ाई गई है।
दवा के वितरण की तैयारियां पूरी
केन्द्रीय मंत्री मंडाविया ने कहा कि दवा के वितरण और आपूर्ति के प्रबंधन की सक्षम प्रणाली तैयार की गई है और इसके भंडारण की समस्या भी जल्द से जल्द दूर कर दी जाएगी। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए इस दवा का उपयुक्त इस्तेमाल किया जाए। बता दें, हाल ही में केंद्र सरकार ने कोविड मरीजों में फंगल संक्रमण के प्रबंधन के बारे में परामर्श जारी किया है। परामर्श में कहा गया है कि फंगल संक्रमण म्युकोरमाइकोसिस मुख्य रूप से उन लोगों को होता है, जो कोविड का उपचार करा रहे हैं और बीमारियों से लड़ने की उनकी क्षमता कम हो गई है।