पटना। पटना नगर निगम की कार्य सेवा को बेहतर एवं सुचारू रूप से चलाने के लिए नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने सभी कार्यपालक पदाधिकारी एवं अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिया है कि लोगों की समस्याएं टूटे मेन हॉल, जलजमाव, नाला उड़ाही, सफाई, कूड़ा उठाव इत्यादि की शिकायतों पर तय समय पर ही कार्रवाई की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो उनपर कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त ने बुधवार को सभी कार्यपालक पदाधिकारी के साथ बैठक कर यह निर्देश दिया है कि पटना नगर निगम क्षेत्र के आने वाली समस्याओं का निदान तय समय सीमा के अंतर्गत किया जाए समस्याएं हेल्पलाइन नम्बर, व्हाट्सएप, स्वच्छता ऐप के माध्यम से या फिर पटना नगर निगम के सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर उस पर कार्रवाई सुनिश्चित कर देनी है। अधिकतम समय 1 हफ्ते के अंदर कार्रवाई नहीं होने पर संबंधित अधिकारी को इसके लिए शो कॉज नोटिस दिया जाएगा।
पटना नगर निगम में कार्यरत कार्यपालक पदाधिकारी, सिटी मैनेजर और मुख्य सफाई निरीक्षक को स्पस्ट निर्देश दिया गया है कि वार्ड में डोर टू डोर गाड़ी नहीं पहुंचने, सफाई में लापरवाही अथवा तय अवधि में मैनहोल की समस्या का निपटारा नहीं करने पर संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मीयों को दंड स्वरूप प्रतिघटना 500 रुपये की कटौती पटना नगर निगम द्वारा की जाएगी। यही नहीं, कई बार यह प्रक्रिया दोहराने पर उन पर कार्रवाई करते हुए विभाग को पत्र भी लिखा जाएगा। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने पटना वासियों से यह अपील की है कि नगरवासी पटना नगर निगम के अंतर्गत आने वाले किसी भी तरह की सफाई अथवा अन्य तरह की समस्या की शिकायत पटना नगर निगम से करें। इसका निदान ससमय किया जाएगा। कार्य में देरी अथवा लापरवाही करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
आपकी परेशानी इतने घंटे में होगी दूर
स्ट्रीट लाइट – 48 घंटे
मेनहॉल – 96 घंटे
नाला सफाई – 24 घंटे
फॉगिंग – 24 घंटे
स्वीपिंग – 24 घंटे
डेड एनीमल – 24 घंटे के अंदर
कचरे की गाड़ी नही आना – 24 घंटे
गार्बेज डंप – 24 घंटे
पब्लिक टॉयलेट क्लीनिंग – 24 घंटे