पटना। राजधानी पटना में शनिवार की सुबह-सुबह जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर हुई गोलीबारी की कहानी अब धीरे-धीरे सबके सामने आ गई है। गुरुवार को फिजियोथेरेपिस्ट डाॅ राजीव कुमार सिंह व उनकी पत्नी खुशबू सिंह के साथ खुशबू के पुराने ब्वाॅयफ्रेंड मिहिर व शूटर की अरेस्टिंग के बाद पटना पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल केस को लगभग साॅल्व कर लिया है। डाॅ राजीव सिंह की पत्नी खुशबू ने अपने पुराने आशिक मिहिर के साथ मिलकर जिम ट्रेनर को रास्ते से हटाना चाहा था, पर पूरा खेल बिगड़ गया।
गुरुवार को पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि डॉक्टर राजीव कुमार सिंह की पत्नी खुशबू सिंह ने अपने एक ब्यॉयफ्रेंड विक्रम के मर्डर की सुपारी दूसरे ब्यॉयफ्रेंड मिहिर को दी थी। इस खूनी खेल की सारी कहानी सामने आ चुकी है। डॉ राजीव, उसकी पत्नी खुशबू सिंह, उसके पुराने ब्यॉयफ्रेंड मिहिर के साथ साथ शूटर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, लेकिन जो बात पुलिस कैमरे के सामने नहीं कह रही है वो ये है कि डॉक्टर की पत्नी खुशबू सिंह ने कम से कम एक दर्जन ब्यॉयफ्रेंड बना रखे थे।
डाॅ राजीव कुमार सिंह की पत्नी खुशबू सिंह के दोस्त मिहिर ने सूरज के जरिये से दो शूटर को सेट किया और दोनों को मर्डर के लिए ढाई से तीन लाख रूपये देने की बात भी कही। एसएसपी ने कहा कि ये सेटिंग सावन महीने से पहले हो गयी थी। पुलिस के अनुसार मिहिर का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है, वह सिर्फ खुशबू के कहने पर ऐसा करने का प्लान बनाया।
पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बहुचर्चित जिम ट्रेनर गोलीकांड पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पुलिस ने मामले को सुलझा लिया है। डॉक्टर राजीव कुमार सिंह की पत्नी खुशबू सिंह ने जिम ट्रेनर विक्रम के मर्डर की साजिश रची थी। इसमें उसका भागीदार मिहिर नाम का उसका ‘दोस्त’ था। खुशबू ने मिहिर से कहा कि विक्रम उसे चैन से जीने नहीं देगा, इसलिए उसे रास्ते से हटाना जरूरी है। खुशबू को परेशान देखकर उसके दोस्त मिहिर ने अपने एक संबंधी सूरज से संपर्क कर मर्डर की प्लानिंग रची और फिर शनिवार को इस घटना को अंजाम दिया गया।
पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि जिम ट्रेनर के मर्डर को अंजाम देने के लिए डॉक्टर की पत्नी खुशबू सिंह ने 1 लाख 85 हजार रूपये एडवांस भी दिये थे। पाटलिपुत्रा इलाके में एक्सिस बैंक में डॉक्टर की पत्नी मिहिर को पैसा देने आयी थी, तब उसके साथ एक और महिला भी थी। मिहिर ने बताया कि वह खुशबू की दोस्त थी। खुशबू ने अपनी दोस्त के सामने ही ब्यॉयफ्रेंड मिहिर को पैसे दिये थे, ताकि विक्रम की हत्या को अंजाम दिया जा सके।
एसएसपी उपेंद्र शर्मा के अनुसार खुशबू के जिस दोस्त मिहिर ने मर्डर की प्लानिंग रची, उससे खुशबू का 5-6 साल पुराना अंतरंग संबंध रहा है। मिहिर पुलिस को बता रहा है कि उनका संबंध किस लेवल का था, खुशबू इसे स्वीकार नहीं कर रही है। हालांकि एसएसपी ने कहा-आप लोग समझ रहे होंगे कि दोनों के संबंधों को लेकर मैं क्या कहना चाह रहा हूं। वैसे तो मिहिर से खुशबू का पुराना रिश्ता था, लेकिन बीच में संबंध टूट गया था। पर, जैसे ही विक्रम से संबंध टूटा वैसे ही मिहिर ने फिर से खुशबू की लाइफ में एंट्री मार ली।
पुलिस ने जिम ट्रेनर विक्रम से लेकर डॉ राजीव और उसकी पत्नी खुशबू सिंह का सितंबर से 2020 से लेकर अब तक का कॉल रिकार्ड निकलवाया है। जिम ट्रेनर विक्रम और खुशबू सिंह के बीच 1 सितंबर 2020 से मई 2021 यानी लगभग 8-9 महीने में 1875 बार फोन पर बात हुई। दोनों ने सिर्फ फोन पर साढे पांच लाख सेंकेड बात की।
पटना पुलिस के अनुसार मई 2021 में जिम ट्रेनर विक्रम से खुशबू का संबंध टूट गया था और ठीक उसके अगले दिन खुशबू ने अपने पुराने दोस्त मिहिर से बात करना शुरू कर दिया। खुशबू का जब तक जिम ट्रेनर विक्रम से संबंध था, तब तक उसने एक दफे भी मिहिर को कॉल नहीं किया था, लेकिन संबंध टूटने के अगले दिन मिहिर ने एंट्री मारी। पुलिस ने बताया कि मई 2021 से अब तक खुशबू और मिहिर के बीच 900 कॉल पर बात हुई। यानी हर दिन लगभग 7 कॉल। पुलिस का कहना है कि दोनों ने चार महीने में चार लाख सेकेंड बातचीत की।
पुलिस के अनुसार इस पूरे मामले में खुशबू सिंह का रोल तो क्लीयर है पर डॉ राजीव कुमार सिंह का रोल स्पष्ट नहीं हो रहा है, पर दोनों को जेल भेजा गया है। राजीव और खुशबू ने पुलिस से पूछताछ में अपना गुनाह नहीं कबूला है, पर सारी बातें साफ हैं। एसएसपी का कहना है कि डॉ राजीव को इसलिए जेल भेजा गया है क्योंकि मर्डर के लिए जो सुपारी दी गयी उसमें राजीव सिंह के पैसे यूज किये गये थे।
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि खुशबू के लिए पागल मिहिर यादव पिछले दो महीने से पटना के भागवत नगर इलाके में किराये के एक फ्लैट में रह रहा था, ताकि मर्डर की इस घटना को अंजाम दिया जा सके। अपने रिश्तेदार सूरज के जरिये उसने अमन, आर्यन और शमशाद नामे के सुपारी किलर्स को हायर किया था। एसएसपी ने बताया कि इन तीनों में अमन का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। वह समस्तीपुर का रहने वाला है, वहीं बेगूसराय के रहने वाले मो. शमशाद पर पहले भी आम्र्स एक्ट का केस हो चुका है। तीसरा शूटर आर्यन सोनपुर का रहने वाला है और उस पर भी पहले से आर्म्स एक्ट का केस है। तीनों शूटर ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।