पटना : भारत ने इसी हफ्ते कोरोना वायरस से बचाव को लेकर 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित कर अब भी कोरोना से बचाव के सभी रास्तों को अपनाए जाने की अपील की थी, क्योंकि कोरोना लगातार अपना स्वरूप बदल रहा है। अब कोरोना का एक और नया वैरिएंट मिला है। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का नया स्वरूप AY-4 मिला है। यह वैरिएंट सबसे तेजी से फैलता है। इंदौर के सात मरीजों में कोरोना का यह नया वैरिएंट मिला है। दरअसल, सितंबर में इंदौर में सात लोग कोरोना संक्रमित मिले थे। इनके सैंपल को 21 सितंबर को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। जीनो सिक्वेंसिंग रिपोर्ट दिल्ली की एनसीडीसी लैब ने हाल में दी है।
AY-4 का इफेक्टिविटी रेट ज्यादा, इसलिए सावधानी भी अधिक जरूरी
डॉ. रवि डोसी का कहना है कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के नए स्वरूप AY-4 का इफेक्टिविटी रेट काफी ज्यादा है। ऐसे में लोगों को सावधानियां भी ज्यादा बरतनी होंगी। डॉ. रवि ने कहा कि लोग भीड़ में नहीं जाएं और मास्क जरूर पहनें। त्योहारों में खासतौर पर सावधानियां बरतें। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना अब भी बेहद जरूरी है, क्योंकि वैक्सीन लगने के बाद भी लोग इस वैरिएंट की चपेट में आ सकते हैं। डाक्टर के अनुसार नए वैरिएंट की जानकारी उसके चलन में आने के एक महीने बाद लगती है।
कोरोना का AY-4 अप्रैल में महाराष्ट्र में मिला था
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट का AY-4 स्वरूप में महाराष्ट्र में अप्रैल में ही मिला था। फिर सितंबर में इंदौर में इस वैरिएंट के मरीज सामने आए। हालांकि इंदौर के सभी मरीज स्वस्थ हो चुकके हैं। इंदौर के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि सभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं। AY-4 वैरिएंट की ट्रांसमिशन कैपेसिटी पर दुनिया भर में रिसर्च चल रही है। फिलहाल इस वैरिएंट से बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है।