पटना। बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल के पोते व जनता दल यूनाइटेड के मुखर प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। निखिल मंडल ने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने के पीछे निजी कारण बताया है। उन्होंने इस्तीफे का एक लेटर सोशल मीडिया पर भी जारी कर दिया है।
बता दें कि निखिल मंडल 2016 से ही पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रहे हैं.। इस पद पर रहते हुए उन्होंने लगातार नीतीश कुमार की नीतियों को और पार्टी लाइन को मीडिया के बीच रखा। निखिल पार्टी के लोकप्रिय प्रवक्ताओं में से एक रहे हैं। निखिल मंडल ने अपने पद से इस्तीफे के पीछे बेशक निजी कारणों का हवाला दिया है, लेकिन इसके पीछे राजनीतिक कारण भी बताये जा रहे हैं।
निखिल मंडल जदयू के उन प्रखर प्रवक्ताओं में शामिल रहे हैं, जो किसी भी विषय पर जदयू का पक्ष खुलकर मीडिया के सामने रखते रहे हैं। 31 जनवरी 2016 से लगातार वह इस पद पर बने रहे. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से वह पार्टी में चल रही गतिविधियों को लेकर नाराज बताए जा रहे थे। हालांकि अपने प्रवक्ता पद से अपने इस्तीफे को लेकर उनका कहना है कि यह फैसला उन्होंने निजी कारणों से लिया है, लेकिन पार्टी के लोगों का कहना है कि यह सब अचानक नहीं हुआ है।
निखिल मंडल ने विधानसभा का पिछला चुनाव जेडीयू के टिकट पर मधेपुरा से ही लड़ा था, लेकिन उन्हें आरजेडी के प्रोफेसर चंद्रशेखर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। बिहार में राजनीतिक समीकरण बदलने के बाद जेडीयू और आरजेडी के अब सरकार में है और निखिल मंडल को शिकस्त देने वाले चंद्रशेखर अब बिहार के शिक्षा मंत्री हैं। अब क्या कारण है, वह अभी तक पता नहीं चल पाया है, पर कोई बड़ी वजह जरूर है।
निखिल मंडल के जदयू से इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया पर उनके मित्र व समर्थक उनके साथ खड़े दिख रहे हैं। हर कोई यही जानना चाह रहा है कि आखिर कोई बड़ी वजह हुई होगी, तभी वे पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि इस्तीफे काॅपी जारी करने से पहले उन्होंने गांव की हरियाली का वीडियो जारी करते हुए लिखा है सोच रहा हूं शहर को छोड़ गांव की जिंदगी में मशगूल हो जाउं।