पटना : जदयू के बाद एनडीए के घटक दल अपना दल-एस ने भी जातीय जनगणना की मांग की है। केंद्रीय मंत्री और अपना दल-एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने जातीय जनगणना को देश की मांग बताई और ओबीसी मंत्रालय बनाए जाने की वकालत कीं। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार मंगलवार को लखनऊ पहुंची अनुप्रिया ने यह कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय की तर्ज पर केंद्र में ओबीसी मंत्रालय बनाया जाना चाहिए। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग महासंघ द्वारा कैसरबाग स्थित गांधी मैदान में आयोजित अभिनंदन समारोह में अनुप्रिया ने कहा कि संसद में सात वर्षों से जातीय जनगणना की मांग उठ रही है। यह जनगणना होने से गरीब, दलित, अन्य पिछड़ी जातियों की वास्तविक संख्या पता चलेगी। फिर उसके आधार पर इनके विकास का बेहतर खाका तैयार किया जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ओबीसी मंत्रालय के गठन का सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साकार करेंगे।
2022 में पिछड़ों के पास होना चाहिए सत्ता की चाबी
केंद्रीय मंत्री ने अपने अभिनंदन समारोह में कहा कि सूबे में 2022 के चुनाव में सत्ता की चाबी पिछड़ों के पास होनी चाहिए। पिछड़ा समाज लगातार अपने अधिकारों को लेकर आवाज उठा रहे। उन्होंने यह भी कहा कि हक मांगने से नहीं मिलता, बल्कि संघर्ष करना पड़ता है। हमें भी संघर्ष करना है। अभिनंदन समारोह में अपना दल-एस के कार्यकारी अध्यक्ष एमएलसी आशीष पटेल, प्रदेश अध्यक्ष विधायक डॉ. जमुना प्रसाद सरोज, पिछड़ा वर्ग महासंघ के संयोक मुन्नर प्रजापति, सांसद पकौड़ी लाल कोल, विधानमंडल दल के नेता नीलरतन पटेल नीलू, कारागार राज्यमंत्री जयकुमार सिंह जैकी, विधायक डॉ. लीना तिवारी. राजकुमार पाल, राहुल प्रकाश कोल, हरीराम चेरो और चौधरी अमर सिंह आदि मौजूद रहे।