बच्चों ने बनाया मनभावन गमला, पौधे लगाकर प्रकृति को स्वच्छ रखने का दिया संदेश

पटना। बच्चों का मन बहुत चंचल होता है. उनके चंचल मन को बांधे रखने से उनमें नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है. वर्तमान समय में न चाहते हुए भी बच्चों के हम घर में बांधे रखे हैं, ताकि वो संक्रमित न हो जाये. हालाँकि इन विपरीत परिस्थितियों में भी हम कुछ ऐसा कर सकते हैं जिस से उनका मन भी लगा लगे उनका मनोरजन भी हो साथ ही साथ उनके द्वारा खेल खेल में हम कुछ समाज को जागरूक भी कर सके. इन्ही सभी तथ्यों को तथा हरी भरी धरा की परिकल्पना को सार्थक बनाने हेतु जन जागरण को जागरूक करने हेतु सोमवार को पुलिस कॉलोनी अनीसाबाद स्थित कुमुदिनी एडुकेशनल कम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक अनोखे प्रतियोगिता “गमला सजाओ, पौधा लगाओ” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. यह प्रतियोगिता पूर्णतः डिजिटल माध्यम से आयोजित हुआ.

देश के विभिन्न राज्यों के विभिन्न स्कूलों के लगभग 50 स्कूली बच्चों ने ट्रस्ट द्वारा दिए गए लिंक पर अपनी अपनी प्रवृष्टियाँ भेज प्रतियोगिता में सम्मिलित हुए . जिनमे से 19 बच्चो को फाइनल राउंड के लिए चयनित कर प्रतियोगिता के मुख्य जजों को फाइनल मार्क्स देने हेतु तथा विजेताओं की घोषणा के लिए ट्रस्ट के द्वारा भेजा गया.

इस प्रतियोगिता के जज के रूप में संगीता सिंह, संजीत नारायण मिश्र, अश्वनी राय, सरस्वती देवी तथा उषा कुमारी प्रमुख रहीं. प्रतियोगिता में अन्या बरनवाल की घर में मौजूद वेस्ट पदार्थ से बनाया हुआ गमला और उसमें की गयी कलाकृति को जजों ने खूब पसंद किया और प्रतियोगिता की विजेता के रूप में अन्या के नाम की घोषणा की. प्रतियोगिता मे दूसरा स्थान रिया चक्रबर्ति ने, तीसरा स्थान वंशिका राव, चौथा स्थान अनुष्का शर्मा तथा पांचवा स्थान सुकृति प्रिय व् वसुंधरा प्रिदर्शी ने संयुक्त रूप से हासिल किया. निर्मल, रोहन, अन्वेषा तथा बबली कुमारी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित किया गया.

Kumudini Educational Cum Charitable Trust-Gamla Sajao Competiton
प्रतियोगिता के ज्यूरी मेंबर पत्रकार संजीत नारायण मिश्र ने कहा कि बच्चों ने बहुत अच्छा और खूबसूरत गमला बनाया है। उनकी कलाकारी देखकर लगता है कि बच्चों में सोचने, कुछ अलग और बेहतर करने की हमेशा ही ललक रहती है, पर उन्हें उस मौके कि तलाश होती है। कुमुदिनी ट्रस्ट के इस प्रयास से बच्चों को उनकी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है, जो काबिलेतारिफ है। इस लॉकडाउन में कुमुदिनी ट्रस्ट द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है।

वही, ट्रस्ट के हवाले से कहा गया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों के समाज को यह सन्देश देना था कि पर्यावरण है तो हम हैं. पर्यावरण की शुद्धता इसके हरे भरे माहौल से ही बनाई रखी जा सकती है. अंत में ट्रस्ट के द्वारा यह बतलाया गया कि सभी प्रतिभागियों को इ सर्टिफिकेट ईमेल के माध्यम से प्रतिभागियों को भेज दिया जायेगा. सभी विजेताओं को लॉकडाउन की समाप्ति तथा समय अनुकूल होने पर ट्रस्ट कार्यालय में बुलाकर पुरस्कृत किया जायेगा . ट्रस्ट की और से अंकुर कुमार ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर सभी को धन्यवाद दिया.

Competiton Result-Kumudini Educational cum Charitable Trust

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