चीन ने एक बार पूरी दुनिया को डरा दिया है। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले और वहां की भयाभह स्थिति को देखते हुए बाकी देशों की सरकारें भी अलर्ट हो गई हैं। भारत में भी केंद्र सरकार ने देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राज्य सरकारों से एहतियात बररने को कहा गया है। इधर, बिहार में भी कोविड का खतरा मंडराने लगा है। दरअसल, इस महीने के लास्ट में गया में एक समारोह आयोजित होना है, जिसमें 12 देशों से 60 हजार से ज्यादा लोग शामिल होंगे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि गया से ही बिहार में कोरोना विस्फोट न हो जाए।
दुनिया के कई देशों में कोरोना ने एक बार फिर से अपनी दहशत फैला दी है। कई देशों में हालात बदतर हो चुके हैं। इसे लेकर देश में भी अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि गया में दिसंबर लास्ट में होने वाले कार्यक्रम में जापान समेत 12 से ज्यादा देशों के लोग शामिल होंगे। अनुमान है कि यहां पर 60 हजार से ज्यादा लोग आएंगे। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने गाइडलाइन भी जारी कर दी है। गया एयरपोर्ट 3 लेयर में सुरक्षा और जांच की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम को लेकर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन जारी की गई है।
केंद्र सरकार के अलर्ट के बाद बिहार में एक बार फिर टेस्टिंग को लेकर नए गाइडलाइन की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी जिसमें कोरोना को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। फिलहाल राज्य में एक दिन में लगभग 50 हजार लोगों की जांच कराई जा रही है। इसे बढ़ाकर एक लाख करने की तैयारी है।
इधर, राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ-साफ कहा है कि कोरोना को लेकर सरकार अलर्ट है। जरूरत पड़ने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। सरकार जांच और वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाएगी। बता दे कि बिहार में अब तक कोरोना के 851365 केस आ चुके हैं। इसमें 639059 लोग ठीक हुए हैं। जबकि 12302 लोगों की मौत हुई है।
बिहार में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। चाइना में बिगड़ते हालात के बीच बोधगया में दलाई लामा के कार्यक्रम को लेकर अलर्ट है। जापान, वियतनाम, थाइलैंड, वर्मा और तिब्बत के साथ कई देशों से बौद्ध धर्म के अनुयायी आ रहे हैं।
कोरोना को लेकर सख्ती बढ़ाने की तैयारी है। गया में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। जांच के लिए एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। बिहार में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के म्यूटेट होने की आशंका को लेकर सब वैरिएंट की तलाश में सभी पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की तैयारी है। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग में भी इसे लेकर अलर्ट है।