चीन में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले एक बार फिर से डराने लगे हैं। चीन में भयाभह स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर हो गई है। देश में कोविड-19 की स्थिति पर बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक की। खबर है कि नए साल में भीड़ को रोकने के लिए नए नियम बन सकते हैं, साथ ही विदेश उड़ानों को कम करने या रोकने को लेकर पर भी बात बन सकती है।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके। दरअसल, इन दिनों चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
अमेरिका समेत 10 से ज्यादा देशों में कोरोना के मरीजों में अचानक इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं, यहां मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका में सोमवार को 19 हजार 893 नए केस सामने आए हैं। वहीं 117 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 55 हजार केस जर्मनी में मिले हैं। यहां 161 लोगों की जान गई है। वहीं, जापान में 72,297 केस और 180 सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। ब्राजील में 29,579 केस और 140 मौतें। दक्षिण कोरिया में 26,622 केस और 39 मौतें। फ्रांस में 8,213 केस और 178 मौतें शामिल हैं।
हालांकि दुनियाभर में जहां कोरोना केस बढ़े हैं, वहीं भारत में एक्टिव केस की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल 3 हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने 19 दिसंबर को संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या कोरोना की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है। देश में 18 जनवरी 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। हालांकि, चीन में बढ़े कोरोना के मामलों को देखते हुए टीएमसी सांसद काकोली घोष ने इंटरनेशनल उड़ानें रोेकने की मांग की है।
बता दें कि चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद वहां संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के बाहर लंबी लाइन लग रही है, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। दवाएं भी नहीं हैं, जहां हैं भी वहां लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। श्मशान में भी शवों की लाइन लगी हुई है। बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। इंटरनेशनल मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक वहां हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग 2000 तक पहुंच गई है।