बिहार में 18 अप्रैल तक बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज व कोचिंग संस्थान, शाम 7 बजे के बाद नहीं खुलेंगी दुकानें

पटना। देशभर में कोरोना वायरस दिन प्रतिदिन विकराल रूप लेते जा रहा है। बिहार में भी कोरोना की रफ़्तार तेज हो गई है। इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा एलान किया है। सीएम ने स्कूल-कॉलेज को 18 अप्रैल तक बंद करने का एलान कर दिया है। सीएम ने प्रशासनिक टीम को इसे सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने कोरोना को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सीएम ने कहा कि देश-दुनिया में कोरोना तेजी से फ़ैल रहा है। बिहार में भी मामला तेजी से बढ़ रहा है। पटना में भी कोरोना की रफ़्तार तेज है। बिहार के रहने वाले कई लोग बाहर भी हैं। वे लोग भी बाहर से बिहार आ रहे हैं। बिहार सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। सरकार ने रेलवे स्टेशन पर ही टेस्टिंग की व्यवस्था की है। जो लोग पॉजिटिव पाए जायेंगे, उनके इलाज की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि बिहार में आज कुल 17 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें क्वारंटाइन किया गया है। बिहार सरकार अधिक से अधिक टेस्ट कराने पर फोकस कर रही है। सीएम ने कहा कि 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच टीका उत्सव मनाया जायेगा। पीएम मोदी ने बैठक में कहा है कि 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जी की जयंती है, 14 अप्रैल को अंबेडकर जी की जयंती है। 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच हमें टीका उत्सव मनाएं। इस दौरान वैक्सीन की बर्बादी शून्य हो। अधिक से अधिक वैक्सीनेशन हो। इससे वातावरण बदलने में काफी मदद मिलेगी।

बिहार में बीते दिन रिकार्ड 1911 मरीज मिलने के बाद राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 7504 हो गई है। सबसे ज्यादा चिंता राजधानी पटना के लिए बढ़ गई है। पटना में 743 नए मरीज मिलने के बाद कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 3205 हो गई है। राहत की बात ये है कि बिहार में संक्रमितों के ठीक होने की स्थिति भी बेहतर है। राज्य कोरोना पॉजिटिव की रिकवरी दर 96.68 है। अब तक कुल 2,64, 730 मरीज ठीक हुए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को ही कहा था कि राज्य के बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच होगी। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी उन्हें कुछ दिनों के लिए अलग रखा जायेगा।

सीएम ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोरोना से होने वाली मृत्यु की दर भारत में कम है। आपको बता दें कि बीते दिन गुरूवार को पीएम मोदी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और अन्य सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। इस अहम बैठक में पीएम ने कोरोना कर्फ्यू के नाम से नाइट कर्फ्यू लगाने, टेस्टिंग बढ़ाने, 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाने का सुझाव दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की स्थिति नहीं है। दवाई भी और कड़ाई भी, दोनों की जरूरत है। पीएम मोदी ने सलाह दी कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा जोर देना चाहिए, शहर में छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनें, पूरा फोकस माइक्रो कंटनमेंट जोन पर होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने नाइट कर्फ्यू को प्रभावी बताते हुए राज्यों को सलाह दी कि इसे कोरोना कर्फ्यू के तौर पर लागू करना चाहिए। इससे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी। पीएम ने कहा कि अब हमारे पास संसाधनों के साथ-साथ अनुभव भी है।

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