पटना : बिहार में चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में सूबे की तमाम नदियां उफान पर हैं। नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद पानी गांवों और सड़कों पर बहने लगा है। ऐसे में गुरुवार को गंडक बराज से 4.12 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके बाद सीवान, छपरा और गोपालगंज में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जबकि महीने भर पहले ही यहां बाढ़ ने काफी तबाही मचा रखी है। ऐसे में विस्थापित परिवारों के सामने फिर आश्रय की समस्या उत्पन्न होने को है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर तमाम तैयारियां की जा रहीं हैं, लेकिन मौसम विभाग ने 27 सितंबर बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में कुछ जिलों के बाढ़ से प्रभावित होने की खासी आशंका है। बगहा के भितहा प्रखंड के तटवर्ती इलाके में रहने वालों को अंचलाधिकारी (सीओ) ने सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा है।
अररिया में दर्जनों घर नदी में बहे
अररिया जिले में लोहंद्रा, बकरा, खरहा और भलुआ नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सिकटी प्रखंड में दर्जनों मकान नदी में बह गए। कुर्साकांटा में बाढ़ से 20 हजार लोग प्रभावित हैं। कई ऐसे प्रखंड हैं, जहां के लोग प्राथमिक विद्यालयों में रहने को मजबूर हैं।