बिक्रमगंज में चल रही थी शराब की फैक्ट्री, होली के लिए 50 हजार बोतलें हो रही थीं पैक

पटना : बिहार में शराबबंदी में भी शराब की फैक्ट्री चल रही है। इसका खुलासा बिक्रमगंज में हुआ है। सोमवार को उत्पाद विभाग ने मठिया गांव में छापेमारी की। यहां एक घर में शराब की फैक्ट्री चल रही थी। फैक्ट्री से भारी मात्रा में शराब की बोतलें, शराब, अर्द्धनिर्मित शराब, शराब की पैकिंग वाली मशीन, कार्टन बरामद हुई है। 180 एमएल की डेढ़ हजार बोतल जब्त हुए। वहीं, एक हजार से ज्यादा खाली बोतलें बरामद हुए हैं। छापेमारी टीम ने बताया कि फैक्ट्री में होली को लेकर 50 हजार बोतल शराब तैयार की जा रही थी। टीम ने यह भी बताया कि गांव में चार जगहों पर छापेमारी हुई। करगहर, कोचस और खराड़ी में छापेमारी हुई। यहां से भी शराब बरामद हुई है।

टीम के आने की सूचना पर भागे संचालक
उत्पाद विभाग की छापेमारी की सूचना मिलने के साथ फैक्ट्री संचालक वहां से भाग निकला। उसके साथ कई कर्मचारी भी फरार हो गए। इधर, सासाराम में ही अपर जिला जज तेरह परिमल कुमार मोहत की अदालत ने गांजा की तस्करी के दो आरोपियों को दोषी करार दिया है। इन दोनों को 15 साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है। दोषियों में सुरेंद्र राय और राजेश सिंह हैं।

जहानाबाद में हत्या के 2 आरोपियों को आजीवन कारावास
जहानाबाद जिले में फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम के सत्र न्यायाधीश ने मखदुमपुर थाना कांड-200/2019 में आरोपी भानेबिगहा निवासी संजय मांझी और अनिल मिस्त्री करे हत्या के मामले में दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही दोनों को 5 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया है। दरअसल, इन दोनों ने 5 मई 2019 को अपनी भौजाई नागमणि देवी के साथ छेड़खानी की थी और मारपीट कर उसकी हत्या कर दी थी।

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