पटना: लॉकडाउन का असर रोजी-रोजगार, शिक्षा के अलावा लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ा है। लॉकडाउन के दौरान बिहार में दवाओं की कीमत में 10 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। साधारण परेशानी से जुड़ी दवाओं की कीमत में भी 5-10 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। करीब 21 तरह की दवाओं के दाम बढ़ गए हैं। दवा दुकानदारों ने बताया कि रिटेल दुकानदारों के लिए लगभग सभी तरह की दवाओं के दाम में वृद्धि हुई है। बिहार ड्रगिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिशन के अध्यक्ष परसन कुमार सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण दवा बनाने वाले कच्चे माल की आपूर्ति में कमी होने के कारण उत्पादकों ने ही मूल्य में वृद्धि की है। ऐसे में मरीजों को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ रही है।
लोगों को कीमत घटने का भी इंतजार
दवाओं की कीमत में वृद्धि से परेशान लोग कीमतों में गिरावट का इंतजार कर रहे हैं। दवा दुकानदारों के मुताबिक ग्राहक उनसे कहते हैं अब पूरी तरह अनलॉक हो चुका है तो दवाओं की कीमत भी घटनी चाहिए। हालांकि इन दुकानदारों का कहना है कि यह फैसला नेशनल एसोसिएशन लेती है कि कौन-कौन दवाओं के मूल्य में कितनी वृद्धि करनी और कम घटाई जा सकती है। फिलहाल उत्पादकों के सामने समस्याएं बरकरार हैं तो एक-दो महीने समय लग सकता है।