पटना : बिहारवासियों की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। अभी कोरोना से पहली मौत के डर से लोग बाहर निकले भी नहीं थे कि चमकी बुखार ने दस्तक दे दी। मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के लक्षण वाले 4 बच्चे बुधवार को अस्पताल में भर्ती किए गए। हालांकि डॉक्टरों ने कहा है कि यह बीमारी एईएस नहीं है। बता दें चारों बच्चे एसकेएमसीएच में भर्ती हुए हैं। अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों में – मीनापुर के भटौलिया गांव का आठ वर्षीय यश कुमार राणा, करजा के रक्सा गांव निवासी 4 साल का उत्कर्ष आनंद, मुशहरी का चार साल का निशांत कुमार, मोतिहारी के पकड़ीदयाल के कुंडल गांव निवासी चार साल की सविता कुमारी हैं।
पिछले साल चमकी बुखार ने ली थी ढाई बच्चों की जान
बता दें कि पिछले साल चमकी बुखार ने मुजफ्फरपुर में करीब 250 बच्चों की जान ले ली थी। करीब10 साल से लगातार चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर सैकड़ों बच्चों की मौत हो रही है। अब तक राज्य या केंद्र सरकार की ओर से चमकी बुखार को लेकर कोई कारगर शोध या इलाज तय नहीं किया गया है। ऐसा माना जाता है लिची खाने की वजह से चमकी बुखार होता है।