पटना : साधु यादव और लालू परिवार के बीच बयानबाजी बढ़ते ही जा रही है। तेजस्वी यादव की शादी से शुरू हुआ विवादित बोल अतीत की गलियों तक पहुंच गया। साधु यादव ने इसमें अपनी बहन को भी नहीं छोड़ा है। उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी राजपूत हैं। राबड़ी यादव समाज से नहीं हैं। सुभाष यादव और प्रभुनाथ यादव उनके भाई हो सकते हैं, लेकिन साधु यादव उनका भाई नहीं है। साधु ने कहा कि चपरासी बनने के लायक भी नहीं थे लालू। मैंने उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया। लालू अगर, मेरी बात पर रहते तो दुर्गति नहीं होती। कहा कि जो शिवानंद तिवारी ने उनको चारा घोटाले में जेल भेजवाया, उसका बेटा बार-बार एमएलए बन रहा है। कहा कि राबड़ी को भी अपने बल और कौशल की बदौलत मुख्यमंत्री बना दिया और इन लोगों ने उन्हें बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। साधु ने कहा कि प्रकाश झा से पैसे लेकर गंगाजल फिल्म बनवाई गई, सिर्फ मेरी छवि खराब करने के लिए। साधु ने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो मीडिया के सामने खुली बहस करें। उन्हें बिल्कुल बेनकाब कर देंगे। उनका असली चरित्र उजागर करेंगे।
साधु ने आरोप लगाया कि लालू यादव ने सत्ता में रहते अपराधियों को संरक्षण दिया। फिर सारे आरोप उन पर डाल दिए, लेकिन अब यादव समाज समझ गया है कि पूरा परिवार पैसे का लालची है। अब ये लोग सीधे चुनाव नहीं जीत सकते। अब राज्यसभा या विधान परिषद में जा सकते हैं, मगर जनता इन्हें वोट नहीं देगी। ऐलान किया कि आगामी चुनावों में वे लालू और उनकी पार्टी के विरोध में प्रचार करेंगे, हराएंगे।
तेजप्रताप यादव के चरित्र पर सवाल उठाए और कहा कि पटना की एक दूसरी जाति की लड़की से उसका अवैध संबंध है। जिसे छिपाने के लिए लालू ने 5 करोड़ देकर दिल्ली में लड़की को एक होटल में रखा है। इसी के चलते दरोगा राय की पोती को तलाक दे दिया।