पटना। बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हमेशा से ही सवाल उठाए जाते रहे हैं, पर यह भी सच है कुछ सालों में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत कुछ बदला है। कहें तो आमूल-चूल परिवर्तन हुए हैं। कई नए अस्पताल खुले तो सरकार की ओर से भी कई तरह की योजनाएं शुरू की गईं। कोरोना महामारी के बाद बिहार के लोगों के लिए एक खुशखबरी यह रही कि अब वर्ल्ड क्लास का अस्पताल पटना में शुरू हो चुका है। जी हां, पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हाॅस्पीटल का शुभारंभ किया था। अब मेदांता के सभी विभागों में ओपीडी सेवा शुरू हो गई है।
जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हाॅस्पीटल में सोमवार से अधिकतर चिकित्सकीय सेवा बहाल हो गई हैं। सभी विभागों के ओपीडी और इनडोर की सेवा मरीजों को मिलने लगी हैं, इसके साथ ही डे केयर फैसिलिटीज भी बहाल हो गई हैं। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डाॅ अरुण कुमार के अनुसार अस्पताल को संक्रमणमुक्त करने के लिए फ्यूमिगेट किया गया है। इंफेक्शन की कल्चर जांच कराई गई है, इसकी रिपोर्ट ठीक होने पर बाकी सुविधाएं जैसे कार्डियक सर्जरी व कैथ लैब की सुविधा भी बहाल कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्डियक सर्जरी बाइपास शुरू करने में चार-पांच दिन का समय लग सकता है। इंफेक्शन की रिपोर्ट ठीक आने पर सभी तरह की सर्जरी, ट्रांसप्लांट आदि की सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी। अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार यहां हार्ट, लंग, लिवर, किडनी आदि का भी ट्रांसप्लांट होगा। एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिलेंगी, जिस कारण अब जटिल से जटिल बीमारी के इलाज के लिए भी मरीजों को बहार नहीं जाना पड़ेगा।
पिछले दिनों जयप्रभा मेदांता का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि उन्हें जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के माध्यम से बिहार के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा समर्पित करते हुए खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में ऐसा अस्पताल स्थापित हुआ है जो चिकित्सा सेवा में अलग पहचान स्थापित करने वाला होगा। मेदांता में गरीब मरीजों को भी इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी। ‘आयुष्मान कार्ड’ धारकों का इलाज होगा साथ ही गरीबों के लिए 25% की छूट दी जाएगी।
जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लगभग 10 लाख वर्ग फीट में है। यह लगभग 7 एकड़ में फैला हुआ है। मेदांता में 500 बेड हैं जिसमें 112 क्रिटिकल केयर बेड हैं। अत्याधुनिक 14 ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी की बेहतर सुविधा हाेगी। मेदांता में कार्डियोलॉजी और कार्डियक सर्जरी, न्यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी, गैस्ट्रो सर्जरी, यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स एवं जोड़ प्रत्यारोपण, स्त्री रोग, रेडियोलॉजी, श्वसन चिकित्सा, इंटरनल मेडिसिन, मधुमेह एवं एंडोक्रिनोलॉजी, डेंटल साइंस’, क्रिटिकल केयर और एनेस्थिसियोलॉजी तथा रेडियोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगाई जाएगी।
देश के प्रख्यात हृदय एवं कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहन ने पटना में अस्पताल के शुभारंभ पर कहा था कि पटना के जयप्रभा मेदांता के पास एक्सपर्ट की टीम है, जो जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज कर सकती है। यह टीम एक तार के सहारे हार्ट का वाल्व बदलने में माहिर है। डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि जब कम खर्च में बिहार में ही हेल्थ की अच्छी सेवा मिलने लगे तो लोग क्यों बाहर जाएंगे। मेदांता के डॉ. प्रमोद तार के सहारे हार्ट के वाल्व को चेंज करने में माहिर हैं। उनका कहना है कि बिहार में कई मरीज वेटिंग में हैं, एक सप्ताह बाद तार से वाल्व बदलने की सर्जरी शुरू हो जाएगी।
मेदांता 4 अस्पतालों का एक नेटवर्क है। इसमें गुरुग्राम, इंदौर, रांची और लखनऊ शामिल हैं। ये अस्पताल 3.7 मिलियन वर्ग फीट में फैले हैं। इसमें 31 मार्च, 2021 तक 2,176 स्थापित बेड थे। यह अब पटना में इन-पेशेंट ऑपरेशन शुरू कर रहा है। नोएडा में भी एक अस्पताल की योजना है। 31 मार्च, 2021 तक कंपनी 30 से अधिक चिकित्सा विशिष्टताओं में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है। इन स्पेशलाइजेशन में काफी अनुभवी विभाग प्रमुखों के नेतृत्व में 1,100 से अधिक डॉक्टरों की टीम सेवा दे रही है। दावा किया जा रहा है कि सुविधाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है।