पटना : बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक घराने का विवाद अब बंटवारे तक पहुंचती दिख रही है। छोटे भाई तेजस्वी यादव द्वारा एक दिन पहले दिए बयान के बाद तेजप्रताप और आक्रामक हो गए हैं। तेजस्वी ने कहा-तेजप्रताप बड़े भाई हैं, लेकिन अनुशासन में रहना चाहिए। इसके बाद तेजप्रताप ने इशारे में कहा कि तेजस्वी के बल पर संजय यादव उनकी हत्या करवाना चाहते हैं। अब रक्षाबंधन पर रविवार को तेजप्रताप ने ट्वीट किया- मैत्री की राह बताने को, सबको सुमार्ग पर लाने को, दुर्योधन को समझाने को, भीषण विध्वंस बचाने को, भगवान हस्तिनापुर आए, पांडव का संदेशा लाए। दो न्याय अगर तो आधा दो, पर इसमें भी यदि बाधा हो तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम। हम वहीं खुशी से खाएंगे, परिजन पर असि न उठाएंगे। दुर्योधन वह भी दे ना सका, आशीष सबका ले न सका , उल्टा हरि को बांधने चला, जो था असाध्य, साधने चला। जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मन जाता है। हरि ने भीषण हुंकार किया, अपना स्वरूप-विस्तार किया, डगमग-डगमग दिग्गज डोले, भगवान कुपित होकर बोले-जंजीलर बढ़ाकर साध मुझे, हां-हां दुर्योधन! बांध मुझे।
दिनकर की पंक्तियों से दिया बड़ा संदेश
तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियों के जरिए बहुत बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस लड़ाई में पीछे नहीं हटने वाले हैं। उन्हें उनका हक मिलना चाहिए और इसे लेकर रहेंगे। वो किसी से भी डरने वाले नहीं हैं। बता दें पार्टी के अंदर चल रहा अंदरूनी कलह अब खुलकर सामने आ रहा है। तेजप्रताप लगातार राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव के बाद अब अपने छोटे भाई तेजस्वी पर भी निशाना साधने लगे हैं।