पटना : राजधानी को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए नगर विकास विभाग प्रयासरत है। विभाग की अगुआई में पटना नगर निगम और बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम (बुडको) भी पूरी तरह तैयार है। नगर विकास व आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने जलजमाव दूर करने को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा के दौरान कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 24-27 सितंबर के बीच होने वाली संभावित भारी बारिश के मद्देनजर विभाग की पूरी तैयारी है। राजधानी के सभी नालों की उड़ाही करा दी गई है। पंप लगातार चल रहे हैं। जलजमाव वाले चिह्नित मोहल्लों में रात में जेनरेटर के साथ सभी उपयोग में आने वाले सामान से जुड़ी गाड़ियां रखी गईं हैं। सभी संप हाउस चलायमान है। वीआईपी इलाके से लेकर सामान्य मोहल्लों में एक रेगुलर टीम मॉनिटरिंग में लगी है। राजधानी पटना में किसी भी परिस्थिति में जलजमाव नहीं होने दिया जाएगा। हर मोहल्ले से चार-पांच घंटे के अंदर हम पानी निकालने के लिए कृतसंकल्पित हैं। दो दिनों में अंचलों में से सिल्ट हटाने के निर्देश संबंधित कार्यपालक पदाधिकारियों को दिए गए हैं। सभी स्थायी और अस्थायी डीपीएस की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है।
30-40 एमएम बारिश में भी कहीं जलजमाव नहीं हुआ
जलजमाव से निजात पाने के लिए बनी विशेष कमेटी के सुझावों के साथ ही विभागीय निर्देशों के मुताबिक पूरा किए गए कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है। दो दिनों में सभी जरूरी काम पूरे कर लिए जाएंगे, ताकि इसका कहीं से भी जलजमाव हटाने के काम में कोई दुष्प्रभाव न पड़े। आनंद किशोर ने कहा कि जब भी बरसात होगी, राजधानी में 4-5 घंटे के भीतर जल निकासी हो जाएगी। लोगों के घरों में बरसाती पानी नहीं जमा होने दिया जाएगा। यही नहीं अगले साल से इस पर और प्रभावकारी नियंत्रण पा लिया जाएगा। इस बार बारिश हुई है तो नगर विकास विभाग, बुडको, पटना नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारी ने जलजमाव नहीं होने दिया है। सोमवार को 30-40 एमएम की बारिश के बावजूद मंगलवार को कहीं भी जलजमाव नहीं हुआ, इसे लगातार कायम रखा जाएगा। बैठक में बुडको एमडी रमन कुमार, पटना निगम आयुक्त हिमांशु शर्मा समेत पटना के सभी चार अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारी थे।
जलजमाव से निबटने को नगर विकास व आवास विभाग की पुख्ता तैयारी:
-पर्याप्त संख्या में अस्थायी डीपीएस बनाए गए हैं।
-जलजमाव के सभी संवेदनशील स्थानों पर पंप लगाए गए हैं।
-नालों की गहन सफाई कराई गई है।
-जलभराव के जितने भी अवरोध हैं, उन्हें हटाया गया है।
-टीम बनाकर लगातार काम किया जा रहा है।
-कंट्रोल रूम बनाकर समस्या का समाधान किया जा रहा है।
-जगह-जगह पर ग्रेटिंग लगाया गया है, ताकि कचरे के कारण जलजमाव न हो।
-सभी ग्रेटिंग पर नगर निगम के कर्मियों को लगाया गया है।
जलजमाव समाधान एप से भी पाएं समाधान
पटना में जलजमाव के समाधान के लिए नगर विकास व आवास विभाग द्वारा जलजमाव समाधान, पटना का मोबाइल एप भी लॉन्च किया गया है। एप का उपयोग कर राजधानीवासी जलजमाव से संबंधित समस्या का समाधान पा सकते हैं। लोगों को सबसे पहले जलजमाव की जानकारी देने के लिए इस एप पर रजिस्ट्रेशन करना है। अपने वार्ड, प्रभावित क्षेत्र का जीपीएस के साथ जलजमाव का फोटोग्राफ अपलोड कर सकते हैं। इसमें जलजमाव के कारण और समाधान के लिए सुझाव दे सकते हैं। आपकी शिकायत संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी को भेज दी जाती है। शिकायत निबंधित होने के बाद कम्प्लेन नंबर मोबाइल एप के साथ एसएमएस द्वारा भी मिल जाता है। इसमें समाधान के हर चरण की गतिविधियों का एसएमएस शिकायतकर्ता को मिलता है। एप पर भी इसकी जानकारी अपडेट होती रहती है। एप पर समाधान की तस्वीर भी अपलोड की जाती है, जिससे शिकायतकर्ता पूर्व की तस्वीर से तुलना कर सकते हैं। राजधानीवासी संतुष्ट न होने पर पुनः शिकायत कर सकते हैं।