पटना : बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा होंगे। लखीसराय विधायक विजय ने अपने प्रतिद्वंद्वी और महागठबंधन के उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी को 12 वोटों से हरा दिया है। विजय सिन्हा के समर्थन में 126 वोट पड़े, जबकि अवध बिहारी के पक्ष में 114 वोट पड़े हैं। प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी आज ही विजय सिन्हा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। गुरुवार को राज्यपाल फागू चौहान का अभिभाषण होगा।
बता दें मतदान से पहले विपक्षियों ने जमकर हंगामा किया। सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंत्री अशोक चौधरी और मंत्री मुकेश सहनी की मौजूदगी में महागठबंधन ने सवाल उठाया और वेल तक पहुंचकर हंगामा किया। विपक्ष का कहना था कि ये लोग किसी सदन के सदस्य नहीं हैं, फिर किसी हैसियत से वोटिंग के दौरान यहां बैठे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर महोदय आपके सामने जनादेश की चोरी हो रही है। चुनाव नियमावली के तहत होना चाहिए। अगर, ऐसा नहीं करना है तो फिर नियमावली को फांड़ कर फेंका जाना चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में नीतीश का क्या काम, वो यहां क्यों बैठे हैं?
विस अध्यक्ष के चुनावी प्रक्रिया पर भी सवाल
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव पर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि यहां भी जनादेश की चोरी हुई है। अध्यक्ष पद के लिए गुप्त मतदान की परंपरा रही है, लेकिन प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने इसकी मंजूरी नहीं दी। जब नियमावली से मतदान नहीं करना है तो हमलोगों को क्यों चुना गया? इधर, प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने सदन में मौजूद नीतीश कुमार, अशोक चौधरी और मुकेश सदन को लेकर विपक्ष के बवाल पर कहा कि तेजस्वी जी लालू प्रसाद किस हैसियत से सदन में बैठते थे? उनके बैठने की भी सभी को जानकारी है।