विजय सिन्हा : दुर्गापूजा समिति के सचिव से विधानसभा के अध्यक्ष तक का सफर

पटना : बिहार विधानसभा के अध्यक्ष का पदभार बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने संभाल लिया है। बुधवार को मतदान में विजय ने महागठबंधन प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी को 12 वोटों से हराया। इसके बाद वह 17वीं विधानसभा के अध्यक्ष पद पर आसीन हो गए। बता दें कि विजय का सफर बेहद नीचले स्तर से हुआ है। इनका जन्म 5 जून 1967 को हुआ था। बचपन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े। सिर्फ 13 साल की उम्र में 1980 में बाढ़ में बीजेपी के कार्यक्रम में शामिल हुए। फिर 15 साल में बाढ़ की दुर्गापूजा समिति के सचिव बने। इसके बाद एएन कॉलेज में छात्र राजनीति में सक्रिय हुए। फिर 1985 में राजकीय पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर छात्रसंघ के अध्यक्ष बने। इसके बाद 1990 में राजेंद्र नगर मंडल पटना महानगर भाजपा में उपाध्यक्ष बनाए गए। इसके बाद 2000 में भाजयुमो के प्रदेश संगठन प्रभारी नियुक्त हुए। 2002 में भाजयुमो के प्रदेश सचिव बनाए गए।

जदयू-राजद की लहर में भी जीते
लखीसराय से तीसरी बार विधायक बने विजय सिन्हा बीजेपी के मजबूत नेता हैं। 2015 में जदयू और राजद ने मिलकर चुनाव लड़ा था, तब भी वह लखीसराय से चुनाव जीते थे। बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने जदयू के रामानंद मंडल को कराया था। इस चुनाव में भी विजय ने महागठबंधन प्रत्याशी और कांग्रेस नेता अमरेश कुमार को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। बता दें विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए इनका चयन अचानक हुआ। बीजेपी पहले नंदकिशोर यादव के नाम की घोषणा की थी। फिर दो-तीन वरीय नेताओं के नाम की चर्चा हुई, लेकिन मंगलवार को अचानक विजय सिन्हा विस अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार बनाए गए।

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