ओवरलोडिंग रोकने के लिए चेक पोस्टों के साथ अन्य जगहों पर बनेगा वे-ब्रिज

पटना : ओवरलोडिंग रोकने के लिए राज्य के विभिन्न चेक पोस्टों और अन्य जगहों पर वे-ब्रिज बनाया जाएगा। चेक पोस्टों पर वे-ब्रिज बनाने के लिए परिवहन विभाग ने मंजूरी दे दी है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम वे-ब्रिज बनाएगा। जिन जिलों में सरकारी वे-ब्रिज नहीं है, वहां पर जिला परिवहन पदाधिकारी प्राइवेट वे-ब्रिज को संदिग्ध वाहनों (ओवरलोड) की जांच के लिए उपयोग कर सकेंगे। परिवहन सचिव ने बताया कि दीघा पुल पर ओवरलोडिंग गाड़ियां न चले, इसके लिए भी वहां वे-ब्रिज बनाया जाएगा। वे-ब्रिज के बनने से ओवरलोडिंग वाहनों पर लगाम लगेगा। साथ ही ओवरलोडिंग से आए दिन हो रहीं सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आ सकेगी। बिहटा, फतुहा व ट्रांसपोर्ट नगर में लगे वे-ब्रिज के लिए अधिकारियों और स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की गई है। सहज रूप से ओवरलोडिंग वाहनों की भार क्षमता की जांच की जा सके और ओवरलोडिंग वाहनों पर कार्रवाई की जा सके, इसके लिए परिवहन विभाग द्वारा मोबाइल वे-ब्रिज लेने की तैयारी की जा रही है। चेक पोस्ट से होकर जो भी मालवाहक गाड़ियां गुजरती हैं, उसकी वे-ब्रिज के माध्यम से भार क्षमता की माप की जाती है और क्षमता से अधिक होने पर जुर्माना लगाया जाता है।

यहां लगेंगे वे-ब्रिज
नवादा में रजौली, गोपालगंज में जलालपुर, पूर्णिया में दालकोला और गया के डोभी चेक पोस्ट पर वे-ब्रिज लगाने का प्रस्ताव है। इसके लिए परिवहन विभाग ने बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को स्वीकृति दी है।

हाईलाइट्स
– परिवहन विभाग द्वारा मोबाइल वे-ब्रिज लेने की भी हो रही तैयारी।
– बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा किया जाएगा निर्माण।
– वे-ब्रिज निर्माण कार्य के लिए परिवहन विभाग ने पुल निर्माण निगम को दी स्वीकृति।
– वे-ब्रिज से होकर गुजरने वाले मालवाहक वाहनों का भार क्षमता की जाएगी माप।
– क्षमता से अधिक लोड होन पर लगाया जाएगा जुर्माना।
– परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहटा, फतुहा तथा ट्रांसपोर्ट नगर में लगे वे-ब्रिज के लिए अधिकारियों व स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की गई है।
– दीघा पुल पर ओवर लोडिंग गाड़ियां न चले इसके लिए भी होगा वे-ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।

ऐसे काम करता है वे-ब्रिज
राज्य में अभी कैमूर चेकपोस्ट पर इलेक्ट्रॉनिक वे-ब्रिज लगे हैं। वहां चेकपोस्ट पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे के साथ ऑफलोड के लिए गोदाम बने हुए हैं। जैसे ही ओवरलोड वाहन चेकिंग प्लाजा से गुजरता है, लाल बत्ती जल जाती है और वाहन का वजन आ जाता है। अधिकारी वाहन चालक से जुर्माना वसूलने के बाद उसे ऑफलोड करके छोड़ते हैं। साथ ही टैक्स संबंधित विभाग वाहन में लोड हुए माल की बिल्टियों की जांच करते हैं।

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