पटना : बिहार में शराबबंदी है, लेकिन इसका अवैध कारोबार पुलिस तंत्र पर पूरी तरह हावी है। ताजा मामला सीतामढ़ी का है, जहां शराब माफियाओं ने दारोगा की हत्या कर दी। जबकि चौकीदार गंभीर रूप से घायल है। मुठभेड़ में एक बदमाश को भी गोली लगी है। घटना को अंजाम देकर सभी शराब माफिया अंडरग्राउंड हो गए हैं। बताया जाता है कि भारत-नेपाल सीमा से सटे सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज के कोआरि गांव में गुप्त सूचना पर पुलिस टीम कार्रवाई करने पहुंची थी। इधर, शराब की खेप के साथ माफिया भी आ रहे थे। पुलिस को यह अंदाजा नहीं था, वे हथियार से लैस होंगे। जब पुलिस ने शराब से भरी गाड़ी रुकवाई तो माफियाओं ने हमला बोल दिया। इसमें दारोगा दिनेश राम की मौत हो गई। वहीं, चौकीदार लाल बाबू गंभीर रूप से घायल हैं।
घटना के बाद लोगों ने किया प्रदर्शन
पुलिस द्वारा शराब माफियाओं पर की गई कार्रवाई में शराब की खेप निकल जाने से नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दिया। कोआरी गांव के लोगों का कहना था कि पुलिस की मिलीभगत से ही शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। ग्रामीणों ने मांग की पूरे मामले की जांच होनी चाहिए, ताकि दोषी पुलिसकर्मियों को भी सजा मिले।
सीमा सील होने के बावजूद तस्करी जारी
भारत-नेपाल सीमा को भारत की ओर से नहीं खोला गया है। नेपाल ने अपनी ओर से सीमा को खोल दिया है। ऐसे में शराब की तस्करी जोरों पर चल रही है। जिस जगह पुलिस और शराब माफियाओं में मुठभेड़ हुई है, वह नेपाल सीमा से महज आधा किलोमीटर दूर है। भारत की ओर से नेपाल सीमा सील होने के बावजूद शराब की तस्करी सुरक्षा बलों की सख्ती पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
बेगूसराय में भी पुलिस की टीम पर हमला
सीतामढ़ी ही नहीं, बेगूसराय में शराब माफियाओं ने पुलिस की टीम पर हमला बोला है। गुप्त सूचना पर पुलिस कार्रवाई करने पहुंची तो शराब के धंधे लिप्त लोगों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। पुलिस पर हमला करने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। पुलिस ने सख्ती बरती और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही अर्द्धनिर्मित कई लीटर शराब जब्त किया।