पटना। बिहार का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता है। अपने पिता रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की पहली बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चिराग पासवान (Chirag Paswan) आजकल सबको निमंत्रण पत्र बांट रहे हैं। सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मिलने के बाद वे राजद नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से भी मिले। इस दौरान दोनों ने बहुत देर तक बात की। हालांकि तेजस्वी ने बातों-बातों में मीडिया को यह जरूर बता दिया कि अभी हमदोनों के साथ आने का सही समय नहीं हुआ है।
आरजेडी लीडर व बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश सरकार के सामने तीन बड़ी मांगों को रखा है। दरअसल, पूर्व विधायक देवदत्त प्रसाद की 10वीं पुण्यतिथि में भाग लेने गोपालगंज रवाना हो रहे तेजस्वी यादव ने पटना में राबड़ी आवास के बाहर मीडियाकर्मियों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजद के पूर्व कद्दावर नेता और सांसद डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की मूर्ति बिहार में स्थापित करे।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) के बेटे ने मुझसे मुलाकात की है। इन दोनों नेताओं की पहली बरसी मनने वाली है, इसलिए राज्य सरकार से अनुरोध है कि बिहार की राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले इन दोनों नेताओं की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए और साथ ही इनकी जयंती या पुण्यतिथि पर राजकीय समारोह मनाया जाये। मीडिया हलकों में यही कयास लगाए जा रहे हैं कि इन दोनों नेताओं की प्रतिमा लगाने की बात कहकर तेजस्वी रामविलास पासवान व रघवंश प्रसाद सिंह के चाहने वालों को दिखना चाहते हैं कि वे सबके लिए सोचते हैं।
खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताने वाले लोजपा सासंद चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राजद विधायक तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इनदोनों की मुलाकात के बाद से ही कयास लगाने जाने लगे हैं कि दोनों नेता आगामी चुनावों में एक साथ दिखाई दे सकते हैं। हालांकि इस मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा है कि वो अपने पिता की पहली पुण्यतिथि का न्यौता देने के लिए उनके आवास पर आए थे। तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान से मुलाकात के बाद कहा कि चिराग भाई मुझसे मिलने आए थे। दोनों परिवारों का पुराना रिश्ता है। हमने वही कहा जो हम कहना चाहते थे। लालू जी ने जो कहा था उसके बाद हम कुछ नहीं कह सकते हैं।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने राज्य सरकार से यह मांग की है कि नीतीश सरकार रघुवंश बाबू के उन मांगों को पूरा करे, जो उन्होंने अपने आखिरी समय में मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में की थी। बता दें कि जाते-जाते अपनी अंतिम इच्छा के रूप में रघुवंश बाबू वैशाली के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम द्वारा झंडोत्तोलन और बुद्ध के अंतिम भिक्षापात्र की वापसी की मांग की थी, ताकि इससे वैशाली की गरिमा भी बढे और लोकतंत्र की जननी के रूप में इसकी वैश्विक पहचान स्थापित हो।
तेजस्वी यादव अपने बिजी शेड्यूल के बीच अपने आवास पर लोगों से मिलना नहीं भूलते हैं। बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी। उन्होंने ट्वीट किया कि डबल इंजन सरकार की जनविरोधी नीतियों से प्रताड़ित लोग पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, महंगाई और सुनवाई के लिए प्रतिदिन मिलते है तथा हम हर संभव उस पर कारवाई कर समाधान निकालने का प्रयत्न करते हैं।