पटना। पटना के फेमस फिजियोथेरेपिस्ट राजीव कुमार सिंह की परेशानी अब कम होने का नाम नहीं ले रही है। राजीव की पत्नी खुशबू सिंह व जिम ट्रेनर विक्रम सिंह के रिश्ते जगजाहिर होने के बाद पुलिस का शिकंजा बढता जा रहा है। जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को गोली मारने के मामले में पटना पुलिस ने फिजियोथेरेपिस्ट राजीव कुमार सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पटना के एसएसी उपेंद्र कुमार शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार जिम ट्रेनर ने जो गंभीर आरोप राजीव कुमार सिंह व उनकी पत्नी पर लगाए थे, वह प्राथमिक जांच में सही पाए गए हैं।
बता दें कि पटना पुलिस ने घायल जिम ट्रेनर के बयान व उसके आरोपों को सही मानते हुए अपनी जांच को आगे बढ़ाया। इसके बाद जो सबूत और क्लू मिले, उसी को आधार बनाते हुए अपनी कार्रवाई की। बुधवार की देर रात को पुलिस ने राजीव और उनकी पत्नी को हिरासत में लिया, फिर पूछताछ शुरू की और फिर गुरुवार की सुबह होने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस इन दोनों को जेल भेजने की तैयारी में है। पुलिस के पास जिम ट्रेनर के ऊपर हुए जानलेवा हमले के पीछे की कोई दूसरी वजह 5 दिन बाद भी नहीं मिली।
जिम ट्रेनर विक्रम और डॉ राजीव सिंह की पत्नी खुशबू सिंह के बीच संबंधों की लगातार चर्चा हो रही है। पटना पुलिस ने पहले ही इस बात की जानकारी दी थी कि इन दोनों के बीच से कुछ महीनों के अंदर 1100 दफे फोन पर बातचीत हुई। खुद विक्रम आईसीयू में इलाज के दौरान यह बयान दे चुका है कि उसके ऊपर हमला डॉ राजीव सिंह और उसकी पत्नी खुशबू सिंह ने करवाया। हालांकि डाॅ राजीव ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर खुद का और पत्नी का बचाव किया कि यह फोटो आनलाइन पढाई के कारण किया गया था, जिसे मीडिया वालों ने मेरे खिलाफ गलत इस्तेमाल किया।
सूत्रों के अनुसार पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि पेज-3 पर छाए रहने वाले फेमस फिजियोथेरैपिस्ट राजीव कुमार सिंह ने एक कुख्यात अपराधी को कॉन्टैक्ट किया। जिम ट्रेनर को जान से मारने के लिए उसने 3 लाख रुपए का कॉन्ट्रैक्ट (सुपारी) दिया। फिर उस कुख्यात अपराधी ने बेगूसराय के रहने वाले अमित नाम के एक अपराधी को पेटी कॉन्ट्रैक्ट दिया, जो कदमकुआं में किराए के मकान में रहता है। इसके बाद अमित ने अपने दोस्त सरफराज, रोहित और दो साथी का इस वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल किया। विक्रम की हत्या करने के उद्देश्य से शनिवार को उसके ऊपर सुबह-सुबह गोली बरसाई। इस मामले में पुलिस ने कुछ अपराधियों को भी अपने कब्जे में ले रखा है। पुलिस की तरफ से अभी पूरा खुलासा किया जाना बाकी है।
डॉ राजीव सिंह ने बुधवार को अपने फेसबुक पर एक पोस्ट कर सफाई दी थी। राजीव का कहना था कि विक्रम की तरफ से लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। हालाँकि पटना पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो अब इस मामले में पुलिस जल्द ही बड़ा खुलासा कर सकती है। पुलिस ने लगातार कई सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की है शूटर्स की पहचान को लेकर जांच की गई है। पुलिस ने जिस तरह राजीव सिंह और उसकी पत्नी को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया उसके बाद यह माना जा रहा है कि जरूर उसे कोई लीड मिली है।