पटना नगर निगम का चुनाव 28 दिसंबर को हो रहा है। इस बार वार्ड पार्षद के साथ-साथ मेयर व उपमेयर का चुनाव सीधे जनता ही करेगी। पटना मेयर पद के लिए कई उम्मीदवार मैदान में हैं। हर उम्मीदवार के अपने समीकरण हैं। कोई जाति के नाम पर वोट की उम्मीद कर रहा है, तो कोई पार्टी से संबंध के नाम पर। मेयर पद के लिए खड़ी पिंकी यादव औरों से अलग हैं। इनका संबंध हर पार्टी से है ही, हर जाति में भी इनकी पहचान है। सबसे बड़ी बात जनता से हर समय सीधे संवाद करने वाली पिंकी यादव को हर वर्ग के लोग पसंद करते हैं।
पिंकी यादव विगत तीन बार से निगम की पार्षद हैं। पिछले दो दशक से समाजसेवा में सक्रिय पिंकी यादव सामाजिक और राजनितिक कार्यकर्त्ता हैं। पटना के वार्ड 31 और 32 का प्रतिनिधित्व कर चुकी पिंकी यादव की अपने वार्ड में सक्रिय और स्वच्छ छवि की पहचान है। बता दें कि पिंकी यादव के पति सुजीत यादव भी सामाजिक कार्यकर्ता हैं। और तो औश्र सुजीत यादव के पिता और पिंकी यादव के ससुर रामनरेश सिंह भी अपने समय के वार्ड 22 जो वर्तमान में वार्ड 31 है का प्रतिधिनित्व कर चुके हैं। इस कारण इस वार्ड में उनकी राजनितिक और सामाजिक पकड़ काफी मजबूत है।
पिंकी यादव कहती हैं कि लोग मुझे इतना पसंद करते हैं यह मेरे लिए वाकई गर्व की बात है। अब बस यही उम्मीद है कि लोगों का यह प्यार वोट के रूप में भी मुझे मिले, ताकि दिल से मैं और सबकी सेवा कर सकूं।
पैसों के बल पर नहीं, पटना की जनता के प्यार और आशीर्वाद से जीतूंगी
बता दें कि पिंकी यादव वर्ष 2007 से लगातार वार्ड पार्षद का चुनाव जीत रहीं हैं। इस कारण उन्हें पटना नगर निगम का 15 वर्षों का अनुभव है। वे वार्ड 31 से वर्ष 2007 में 900 वोटों से चुनाव जीत कर पार्षद बनी थी और इसी वार्ड से वे अपने किये हुए कार्यों के बदौलत दूसरी बार वर्ष 2012 में 4300 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव जीती थी। इस चुनाव में उन्हें 6300 वोट प्राप्त हुए थे। आरक्षण के कारण वर्ष 2017 में उन्हें वार्ड 31 की जगह वार्ड 32 से चुनाव लड़ना पड़ा था जिसमे कड़े टक्कर के बाद महज 6 वोटों के अंतर से चुनाव में जीत मिली थी। इस चुनाव में उन्हें 1594 वोट मिले थें और इस प्रकार दो वार्डों पर अपने अच्छे वर्चस्व के कारण इनको मेयर के चुनाव में काफी मदद मिल सकती है।
कौन किसपर भारी, सबकी अपनी-अपनी तैयारी
वार्ड नंबर 31 की पूर्व पार्षद रह चुकीं पिंकी यादव ने अपने वार्ड में बहुत काम किया है, जिस पर उन्हें गर्व भी है। वे कहती हैं कि मैंने लोगों के लिए जो काम किया है, अब उसे उनके आशीर्वाद के रूप में वापस मांग रही हूं, ताकि आगे और भी अच्छे अच्छे काम करूं। बिहार आपतक से बातचीत में मेयर पद की मजबूत उम्मीदवार पिंकी यादव कहती हैं कि मैं शुरू से ही सिर्फ और सिर्फ काम में विश्वास करती हूं और लोगों को यकीन दिलाती हूं कि आगे भी काम करती रहूंगी।
अपने क्षेत्र के लोगों के बीच सुख-दुख में हमेशा ही साथ रहने वाली पिंकी यादव को इस बार मेयर पद के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। पटना के वोटर्स का मानना है कि जितनी भी उम्मीदवार मेयर पद के लिए खड़ी हुई हैं, उनमें अधिकतर पैसे के बल पर मेयर बनना चाहती हैं, तो किसी को लोगों के विकास से कोई मतलब नहीं है।
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